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अच्छी नींद पाने के आसान उपाय


goodnight sleep - अच्छी नींद


नींद किसे नहीं भाती | क्या गरीब, क्या अमीर, क्या सेठ, क्या कंगाल – हर कोई अच्छी नींद का इच्छुक रहता है और उसे पाने के लिए अनेकानेक जतन भी करता है | मगर नींद ऐसी बला है जो हर चाहने वाले से उतनी हीं दूर भागती है, जितनी कि वह उसे पाने की आरजू-मिन्नत करता है | यह कहना गलत नहीं होगा कि आज की भागमभाग जिंदगी मे जो चीज हमसे सबसे दूर है, वह नींद हीं है | यह लाभदायक है परंतु साथ मे दुर्लभ भी है |


नींद के हैं अनेक फायदे 


हममे से अधिकांश लोग यह बात भली भांति जानते हैं कि एक अच्छी रात्रिकालीन नींद अपने साथ अनेकानेक सौगातें लेकर आती है | यह ना सिर्फ शरीरीक अपितु मानसिक सेहत के लिए भी आश्चर्यजनक रूप से फायदेमंद होती  है | यही कारण है कि सुबह फ्रेश जगनेवालों की दिनचर्या हमेशा जोश एवं ताजगी से भरपूर नजर आती है | यह शरीर से फैट गलाने से लेकर मृत कोशिकाओं की मरम्मत के लिए भी अत्यंत जरूरी है | बलिष्ठ शरीर एवं तेज दिमाग पाने के लिए जरूरत भर आराम से ज्यादा शायद हीं कुछ और लाभकारी चीज हो | फिर आखिर क्यों यह सौगात हर किसी को बराबर नसीब नहीं होती? अच्छी नींद के लिए हमे आखिर क्या उपाय करना होगा?


कैसे पाएँ अच्छी नींद?


अच्छी खबर यह है कि अच्छी नींद पाने के लिए आपको ना तो भारी-भरकम ग्रंथ पढ़ना है ना हीं कोई हद से ज्यादा मुश्किल स्टंट करनी है | आप इसे घर के आरामदायक माहौल मे और अपनी सुविधा के अनुरूप हासिल कर सकते है | बस आपको कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना होगा, कुछ छोटी तरकीबों को अमल मे लाना होगा | फिर देखिये यह कैसे झख मारकर आपके पीछे आती है | यदि आप निम्नलिखित बातों का ख्याल रखें तो कोई भी आपके आराम भरी झपकी के राह की रुकावट नहीं बन पाएगा, और आप पुनः कभी बेचैन और व्यग्र नहीं लगेंगे |

करें ज्यादा से ज्यादा शारीरिक श्रम 


अगर शरीर कार्य करेगा तो थकान होगी हीं, और अगर थकान होगी तो निद्रा भी आएगी | यह बहुत हीं सिम्पल लॉजिक है | आप दिन मे जितना काम करेंगे रात्रि काल मे आपका देह उतना हीं अधिक विश्राम खोजेगा ताकि वह शरीर की आवश्यक मरम्मत कर उसे पुनः प्रयोग मे लाने के लायक बना सके | अगर आप शारीरिक श्रम नहीं कर सकते तो व्यायाम अवश्य करें | परंतु आप अपने सारे भारी काम सोने के तीन घंटे पूर्व हीं समाप्त कर लेते हैं, इस बात का सदा ख्याल रखें |

रहें निश्चिंत, छोड़ें दैनिक कारोबार 


जी हाँ, आप सही सुन रहे हैं | मगर हम आपसे अपना काम छोडने की बात नहीं कर रहे | आशय यह है कि दिनभर के कामकाज की उलझन भूलकर अगर बिस्तर पर जाएँ तो बात कुछ और होगी | यह नियम बनाएँ कि  दफ्तर के कारोबार दफ्तर तक हीं सीमित रखना है, और रात का वक्त अपने परिवार और अपने शौक एवं खुशी को समर्पित करें | थका देने वाले और उबाऊ कार्यकलाप यथासंभव दिन मे हीं निपटा दें, और फिर शाम को जीने का प्रयत्न करें | आप जरूर बदलाव महसूस करेंगे |

टीवी, मोबाइल एवं एलेक्ट्रोनिक उपकरणों से करें तौबा 


अगर अच्छी नींद पानी है तो किसी भी हालत मे सोने के घंटे दो घंटे पूर्व सभी इलेक्ट्रोनिक उपकरण बंद कर दें | एक तो यह अपने रेडिएशन से आपके मशतिष्क और शरीर पर गलत प्रभाव डालते हैं, दूजे यह आपके दिमाग को अनावश्यक रूप से उत्तेजित कर उनींदी बनाते हैं | टीवी एवं मोबाइल से आँखों पर पड़ने वाला तीव्र प्रकाश आँखों के रेटीना को सक्रिय रखता है, जिससे दिमाग के स्वाभाविक कार्यकलाप मे बढ़ा उत्पन्न होती है और हम ठीक से व समय पर सो पाने मे असफल रहते हैं |

हल्का भोजन करें 


कभी कभी ज्यादा भोजन करने से अपच अथवा गैस की समस्या उत्पन्न हो सकती है | वैसे कम खाना खाने से सुबह तरोताजा उठाने की संभावना बढ़ जाती है | साथ हीं शयन करने मे भी आसानी होती है | भोजन कम चटपटा हो और उसमे मिर्च कम हो तो दिमाग की सक्रियता घटने के कारण रात्रि विश्राम मे सहूलियत होती है | इसके विपरीत भारी व मसाले-मिर्च की अधिकता वाला भोजन आपको बेकल व उनींदी बना सकता है |

म्यूजिक सुनें, किताब पढ़ें 


रात को बिस्तर पर अपनी पसंद के किसी किताब के पन्ने पलटना अथवा पसंदीदा संगीत सुनना अक्सर उयपयोगी सिद्ध होता है | यह आपकी इंद्रियों को स्थिरता प्रदान करता है | खुद को बेचैनी एवं तनाव से बचाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि किसी खुशनुमा शौक मे स्वयं को लगा दें | इस हिसाब से किताबें और सदाबहार संगीत सबसे ज्यादा कारगर सिद्ध होते रहे हैं | ये आपके मन-मस्तिष्क को धीमे लय मे ढालकर नींद के लिए तैयार करते हैं |

कमरे को रखें शांत, सुव्यवस्थित 


शांति का अपना हीं अलग महत्व है | अगर कमरा शांत एवं ध्वनि तथा प्रकाश विहीन हो तो शरीर कुछ समय पश्चात खुद ब खुद तंद्रालु होने लगता है | इसके साथ हीं, एक सुवयवस्थित कमरा न सिर्फ, दिनभर अच्छी ऊर्जा का संचार करता है, अपितु रात मे शरीर को आराम की अवस्था मे लाने मे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | सोने से पूर्व अगर रूम मे शोर न हो और सबकुछ सुसंगठित हो तो रात यकीनन अच्छी गुजरती है |

गरम पानी, गरम दूध 


शयन से पहले हल्के गर्म पानी से स्नान करने से अथवा हांथ-पाँव धोने से शरीर की थकान दूर होती है और चित्त एकाग्र होता है | एतएव यथासंभव गर्म अथवा ठंढे जल से अंग प्रक्षालन के पश्चात हीं शैया की ओर प्रस्थान करें | इसके साथ हीं, अगर आपको आसानी से नींद न आती हो तो खाने के बाद और सोने से कुछ पहले एक कप गुनगुने दूध का पान करें | यह एक आसान उपाय है जो शायद हीं कभी व्यर्थ जाता हो |

गहरी सांस लें 


अगर बिस्तर पर आपको जहमत उठानी पड़ रही हो तो धीमी व गहरी सांस लें और छोड़ें | यह एक प्रकार की यौगिक क्रिया है जो आपके मन को शांत व स्थिर बनाती है | अन्य तरीकों मे आप ध्यान मग्न होकर एक से सौ तक की गिनती भी कर सकते हैं, अथवा किसी खूबसूरत कल्पना अथवा गहरे ख्वाब मे खुद को डुबो सकते हैं | इस प्रकार नींद कब आएगी यह आपको पता भी नहीं चलेगा, और आप नया-ताजा होकर सुबह का दीदार करेंगे |


कब लें डॉक्टर की सलाह?


यदि आपको कोई गंभीर बीमारी नहीं है तो उपरोक्त बातों का खयाल रखकर आप मनचाही निद्रा का आनंद उठा सकते हैं | स्नायविक दर्द अथवा कुछ विशेष रोगों मे नींद आ पाना वाकई मुश्किल होता है | ऐसी अवस्था मे बेशक सुयोग्य चिकित्सक की सलाह लें | परंतु, यकीन मानिए, अच्छी नींद का रहस्य आपकी स्वयं की दिनचर्या मे हीं नीहीत है, आप प्रकृतिक तरीके से इसे जरूर पा सकते हैं, और ऐसी हीं नींद आपको लंबे समय तक तरोताजा और फिट रख सकती है |