Pages

प्रतियोगी परीक्षाओं मे जीत के मूल मंत्र


प्रतियोगी परीक्षा मे छात्र - students in examination hall


प्रतियोगी परीक्षाओं से दो-चार होनेवाला हर प्रतिभागी अपनी सफलता के प्रति आशान्वित होता है | हर कोई इस पायदान की सफल चढ़ाई कर जीत हासिल करना, तथा सरकारी नौकरी मे अपना एक स्थान सुनिश्चित करना चाहता है | परंतु, यह जीत हर किसी के हिस्से नहीं आती | कई अच्छे अभ्यर्थी इस परीक्षा मे धाराशायी हो जाते हैं जबकि उनसे कम योग्यता अथवा प्रतिभा वाले प्रतियोगी बाजी मार जाते हैं | लेकिन, ऐसा क्यों होता है? कौन सी बाधा हमारे मार्ग मे रुकावट बनाकर खड़ी हो जाती है? सारी तैयारियों के बावजूद कुछ प्रतिभाशाली छात्र क्यूँ विफल हो जाते हैं? आइये जानते हैं प्रतियोगी परीक्षाओं के कुछ मूल मंत्र जो इस टेस्ट मे आपकी विजय के लिए आवश्यक हैं |

प्रतियोगिताएं आपने साथ ढेर सारी अड़चने लेकर आती है | यह हमे तय करना होता है कि हम उनसे किस प्रकार से निपटते हैं | अंततोगत्वा, यह स्वयं परीक्षार्थी पर निर्भर करता है कि वह तैयारी की कौन सी दिशा तय करता है, और यही निर्णय उसके सफलता अथवा विफलता की कहानी तय करती है | कई बार छोटी गलतियाँ भी इस बड़े स्तर पर आकर विकट एवं महाकाय सिद्ध होती है | अतः, एक सम्यक प्लान और सही वक्त पर उसे अमल मे लाना अत्यंत जरूरी हो जाता है | उचित वक्त पर लिया गया त्वरित निर्णय इन बड़ी रेसों मे रामबाण बनाकर उपस्थित होता हैं |

कैसे करें प्रतियोगिताओं की तैयारी?


किसी मुक़ाबले मे जीत के लिए उचित तैयारी आवश्यक अवयव है | कोई भी इस सच से इंकार नहीं कर सकता, न हीं इस बावत पसीना बहाने से बच सकता है | परंतु, कुछ बातें ऐसी हैं जिनका ख्याल रख हम अपने सहभागी मित्रों से आगे रह सकते हैं | ये तुच्छ लेकिन महत्वपूर्ण पहलू हमे अन्य प्रतिभागियों से अलग बनाते हैं, और हमारी सफलता की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है |

तैयारी के विषय मे कुछ महत्वपूर्ण सुझाव निम्नांकित हैं,

  1. किसी परीक्षा का फार्म भरने से पूर्व हीं उसके सिलेबस के बारे मे गहन अध्ययन करें | यह जान लें कि आपको क्या पढ़ना और क्या छोडना है | उसके हिसाब से हीं पुस्तकों एवं मैगजीन का चुनाव करें | हो सके तो जानकार लोगों का अथवा विशेषज्ञों का मदद लें |
  2. परितयोगिता परीक्षा मे शामिल होने का निर्णय लेने से पूर्व अपनी कमजोरियों एवं मजबूत पक्षों का सही आंकलन कर लें | यह भी अंदाजा लगा लें कि आप तैयारी की दिशा मे कितना प्रयास कर सकते हैं | यह आपको पहले से हीं हताश होने के लिए नहीं है, बल्कि इस बात के लिए जरूरी है कि एक सही चुनाव आपके परिश्रम को सही दिशा मे ले जाएगी और आपकी सफलता की संभावनाएं बढ़ जाएंगी |
  3. पुस्तकों का चुनाव हमेशा वरिष्ठ अथवा सफल प्रतियोगियों की मदद से करें | इसमे स्वयं के समझने की क्षमता और लिए जाने वाले समय का भी ध्यान रखें | उतना हीं बटोरें जितना समाहित कर सकें और उतने की हीं पूर्ण तैयारी करें |
  4. अपने तैयारी का एक पूरा खाका तैयार करें, और उसी प्लान के मुताबिक छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें | लक्ष्य ऐसे होने चाहिए कि आप उन्हे प्राप्त कर सकें, परंतु ऐसे भी नहीं कि आपकी तैयारी अधूरी रह जाये | सही बैलेंस जरूरी है |
  5. रोचक एवं हल्के विषयों को तैयारी मे प्रायिकता दें और उनका निष्पादन पहले करें | फिर धीरे-धीरे मुश्किल चीजों मे हांथ डालें | धीरे-धीरे अपना प्रयास बढ़ाते जाएँ | इस प्रकार अध्ययन करने से न तो आप ऊबेंगे न हीं थकेंगे, और सिलेबस भी सही समय पर पूरा हो जाएगा |
  6. अपनी तैयारी को सही दिशा देने के लिए प्रैक्टिस सेट पर अभ्यास करें, और निर्धारित समय मे अपनी क्षमता का परीक्षण करें | अपनी गलतियों को समझें और उन्हे सुधारने का प्रयत्न करें | यह आपके परिश्रम का अंतिम पड़ाव है | यही बताएगा कि आप कितने तैयार हैं |
  7. तैयारी के बीच मे ब्रेक लें और खुद को मनोरंजन मे भी यदा-कदा लगाया करें | इस प्रकार आप तरोताजा होकर और ध्यान से अध्ययन कर सकेंगे, और आपका स्वस्थ भी आपका साथ देगा | मगर इसे ज्यादा होने ना दें | अधिक आमोद-प्रमोद अथवा गुटबाजी के चक्कर मे न पड़ें | हाँ, विषयों की चर्चा और अखबार पाठन मे कोई बुराई नहीं है | परंतु, यह भी अपने रूटीन के अनुसार हीं करें |


परीक्षा के दिन क्या करें?


कई बार अच्छी तैयारी के बावजूद कुछ छोटी गलतियों से हमारी परीक्षा खराब हो जाती है | वर्षों का परिश्रम बेकार हो जाता है | एतएव सफलता के लिए यह जरूरी है कि अंततक हम अपनी लय को बरकरा रखें, साथ हीं उन उन छोटी गलतियों से बचें जो हमे विजयश्री से दूर ले जाती हैं |

ध्यान देने लायक कुछ सामान्य बातें निम्न हैं,

  • परीक्षा के एक दिन पहले कुछ नया लेकर ना बैठें | पूर्ण विश्राम करके सुबह तरोताजा उठें, और स्वाभाविक रूप से दिनचर्या का निष्पादन करें |
  • परीक्षा के दिन ज्यादा भोजन न करें, न हीं भूखे रहें | भोजन मे मिर्च खाने से दिमाग तेज और सक्रिय होता है तथा सुपाच्य खाने से एकाग्रता बनी रहती है | इस तथ्य का ध्यान रखें |
  • परीक्षा को लेकर कोई तनाव ना लें और प्रसन्न मन से टेस्ट का सामना करें | अपने बड़ों का आशीर्वाद लें और हित-मित्रों से बात करें | सफलता के प्रति आशान्वित रहें |
  • समय से पूर्व अपने जरूरी औज़ार यथा पेन, पेंसिल, एडमिट कार्ड, पानी की बोतल, घड़ी इत्यादि को सँजो लें ताकि अंत समय की घिचपिच मे कुछ छूटे नहीं | हड़बड़ी  से बचें |
  • परीक्षा सेंटर पर समय से पूर्व पहुंचे और सभी निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें | खाली समय मे अन्य प्रतिभागियों से बात कर स्वयं को मग्न और खुश रखें | नर्वस होने से बचें |
  • परीक्षा हाल मे परीक्षार्थियों की भींड देखकर हड़बड़ायेँ नहीं | यह मानकर चलें कि आपको केवल एक सीट चाहिए और आपकी तैयारी उस लिहाज से सम्पूर्ण है |
  • इक्जाम के वक्त दूसरे प्रतिभागियों पर ध्यान मत दें | सबका तरीका अलग-अलग है | अतः, अपने प्लान पर केन्द्रित रहें | औरों का वेग देखकर खुद को ना ढालें, खुदपर भरोसा रखें |
  • सबसे पहले उन सवालों को हल करें जिनपर आपको सबसे ज्यादा विश्वास हो और जो आसान लगें | ज्यादा समय लगाने वाले वे सवाल जिनका हल विश्वसनीय नहीं हो उन्हे बाद के लिए छोड़ें |
  • अक्सर दिमाग मे सबसे पहले आनेवाला उत्तर हीं सही होता है | अतः, गैरज़रूरी बातों पर ज्यादा मंथन कर समय ना गँवाएँ | नेगेटिव मार्किंग कि स्थिति मे उलझाऊ सवालों से बचें और मजबूत पक्षों को हल करें |
  • हमेशा परीक्षा के शुरू करने से पूर्व हीं प्रश्न-पत्र पर एक पूरी दृष्टि डालें, और अपनी रणनीति तय कर लें |
  • परीक्षा के अंत मे हड़बड़ी से बचें, और जल्दबाज़ी मे उल्टे-सीधे सवाल न टच करें | इससे आपका अंक कट सकता है | अगर नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान न हो तो यथासंभव सभी सवाल हल करें |


किसी भी प्रतियोगी परीक्षा मे यदि आप इन साधारण सी लगाने वाली बातों का ध्यान रखेंगे, और अपनी रणनीति पर कायम रहेंगे तो ऐसा विरला हीं कारण  होगा कि आप सफलता ना हासिल कर सकें | सम्यक तैयारी और सही संतुलन आपको हर प्रतियोगिता परीक्षा मे विजय दिलाने के लिए जरूरी हैं | यदि आप फिर भी जीत हासिल न कर सकें तो निराश न हों क्योंकि हर काम मे मनुष्य को हर बार सफलता हीं नहीं मिलती, और इस भागमभाग मे तो आपके साथ लाखों अभ्यर्थी शामिल हैं | हर प्रयास के परिपक्व होने का एक सही वक्त होता है | अतः, पुनः प्रयास करें और पूर्व की गलतियों से बचें | आप सफल होंगे, इसमे संदेह नहीं |